हम तो आशिक हैं

हम तो आशिक हैं, तुझको बुरा कैसे कह दें
तेरी हर एक सजा, हमको तो दुआ लगती है।
तेरी मासूम अदा, कर देती है दिवाना मुझको,
रूठ जाना भी तेरा, हमको तो अदा लगती है।

तेरी नजरों के पैमानों पर, लुट जाता है दिल,
तेरी जुल्फों मे आकर उलझ जाता है दिल,
तेरे गालों के हसीं तिल से हैरान हूँ में,
तेरे होठों के जामों से बहक जाता है दिल,
तेरे चेहरे की ये रौनक है जहाँन से प्यारी,
मुस्कुराना ये तेरा हमको तो वफा लगती है।
तेरी मासूम अदा कर देती है दिवाना मुझको,
रूठ जाना भी तेरा हमको तो अदा लगती है।

तू क्यूँ रूठा है, मनाने का, हक तो दे दे,
मै तेरा हूँ ये बताने का, वक्त तो दे दे,
तू कोई बात तो कह, खता मेरी तो बता,
मुझको हर एक गुनाह की सजा तो दे दे,
तुझको भूल भी जाता तो, जीता कैसे,
बिन तेरे जिंदगी भी सजा सी लगती है,
तेरी मासूम अदा कर देती है दिवाना मुझको,
रूठ जाना भी तेरा हमको तो अदा लगती है।

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