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Showing posts from July, 2020

दिल की कलम से: #2 प्रेमचंद

तुमसे मिलकर

तुमसे मिलकर कुछ ऐसा, आज लगा फिर दिल को, हर बार ही ठोकर खाना, एक काम मोहब्बत का है। कोई तोड़ गया दिल उसकी, यादों में नीर बहाना, हर बार ही मन बहलाना, एक काम मोहब्बत का है जो झूठ लिए फिरते हैं, ऐतवार वो क्या समझेंगे, व्यापार है जिनकी फ़ितरत, प्यार वो क्या समझेंगे, जो चाह भरी थी मन मे, एक गीत बना गाया था, हैं तोड़ गए जीवन का, आधार वो क्या समझेंगे। पर प्रीत भी कैसे कह दे, वो निष्ठुर ही हैं माना, आंखों से छुप-छुप बहना, एक काम मोहब्बत का है। तुमसे मिलकर कुछ ऐसा, आज लगा फिर दिल को, हर बार ही ठोकर खाना, एक काम मोहब्बत का है हाँ जान गए क्यों तुमको, थी छूने की बेताबी, तुम तन के अनुरागी थे, मैं मन की थी अनुरागी, वो प्रीत ही क्या प्रियतम के, जो मन को ठेस लगाए, हो चाह जिसे बस तन की, वो मन को कैसे पाएं पर प्रीत को तुमने समझा, एक खेल ही है जीवन का, सपनो संग ही बह जाना, एक काम मोहब्बत का है। तुमसे मिलकर कुछ ऐसा, आज लगा फिर दिल को, हर बार ही ठोकर खाना, एक काम मोहब्बत का है।

दिल की कलम से: #1सफर

अगर कोई नया सफर शुरू करें और कुछ लोग उसमे आपको बुरा बोलें तो कोई चिंता की बात नही। क्योंकि आप जब कुछ करो तो 3 तरह के लोगो से सामना होता है एक वो होते है जो आपके साथ चलेंगे, आपको सहयोग देंगे और आपको आपकी मंजिल तक पहुंचने में सहयोग देंगे। दूसरे वो जो आपकी तांग खीचेंगे, आपको बुरा कहेंगे, आपकी अच्छी बातों को कमजोरी समझेंगे, आपकी निंदा करते रहेंगे लेकिन वो आपकी बुराइयां आपके सामने लाते रहेंगे, आपको आपकी कमजोरियां बताते रहेंगे। तीसरे तरह के लोगों 2 रूप है, एक बिना बात आपकी प्रसंशा करेंगे आपकी हर बात की चाहे वो गलत हो या सही, या आपकी उल्टी सीधी बुराइयां करेंगे जिनका आपसे कोई मतलब हो या न हो। ये वैसे ही होते है जैसे आजकल के सभी राजनीतिक पार्टियों के अंधभक्त टाइप लोग जो हर बात में आपको बड़ा महान दिखएँगे। और दूसरे वो जो बिना बात बुराई करेंगे हर बात को एक ही नज़र से देखेंगे कि आपको कैसे नीचा दिखाया जाए।  पहले तरह के लोग मित्र होते है ये कॄष्ण की तरह होते है जो आपको हर आपदा से हर परेशानी से बचा ले जाते है।  निंदक न्यारे राखिए... कबीर जी ने दूसरे तरह के लोगो के लिए कहा है। ये ही लोग हर महान आदमी के प