मजा
तुझको छूने के बहानो का मज़ा, कुछ तो है। रूठती तुझको, मनाने का मज़ा, कुछ तो है। हो गया दुश्मन ये जहान, छुप छुप मगर, प्यार का गीत ये गाने का मज़ा, कुछ तो है। मैं तेरे इश्क़ की राहों में चलूंगा जन्मों। जो हुई रात, शमा बनकर जलूंगा जन्मों, अब कोई दर्द, तमन्ना, न खुशी है तुम बिन, हो तेरा साथ, जी-जी कर मरूँगा जन्मों बन गया मंदिर मेरे दिल का हर एक कोना, तुझको रब अपना बनाने का मज़ा, कुछ तो है। तुझको देखेगा तो डर जाएगा ये चांद भी आज, तुझको देखेगा तो जल जाएगा काम भी आज, तुझको पाने की तमन्ना भी जागेगी उसमे, तेरे अधरों पर मिट जाएगा ये जाम भी आज, बस ख़ुदा की ये हसीन दुनियां बचाने के लिए, तुझको दिल मे यूं छुपाने का मज़ा, कुछ तो है। आज की रात ये आई है बड़ी फुरसत से, जिंदगी आज ये मुस्काई है बड़ी फुरसत से, मैं इश्क़ का परवाना हूँ समा लो खुद में, तेरी दिल ने लौ लगाई है बड़ी फुरसत से तेरी नींदों में तुझे देखूं, तुझे प्यार करूँ, तुझको बाहों में सुलाने का मज़ा, कुछ तो है। सांझ ढले ये दुनिया सारी, जगमग दीप जला बैठी, जो मन मे मेरे बरसों से, बात वो लब पर आ बैठी, कहाँ चली अपने घूंघट में, सारे जज्बात छुपा कर के तू मेरे तन