ऑफिस-ऑफिस
छुट्टी के दिन आना है, बस हां में हां मिलाना है,
सबकी हालत खराब कर गया, टार्गेट बढ़ता जाना है।
कल का आया फ्रेशर देखो, कितने रंग दिखाता है,
टीएल, एएम, पीएम, जीएम, कितनी तरक्की पाता है,
वैसे भी कुछ करना नहीं बस, मक्खन खूब लगाना है,
छुट्टी के दिन आना है, बस हां में हां मिलाना है,
सबकी हालत खराब कर गया, टार्गेट बढ़ता जाना है।
खूब महकती, खूब बहकती, मैडम एक बुलाई है,
छमछम छमछम छमछम करती, लगता बॉस को भायी है,
जब भी देखो छुट्टी करती, हमें उनका काम निपटाना है
छुट्टी के दिन आना है, बस हां में हां मिलाना है,
सबकी हालत खराब कर गया, टार्गेट बढ़ता जाना है।
बस चमचो की चलती है और बस चमचो की बनती है,
मैनेजमेंट में जब भी देखो, उनकी तूती बजती है,
सारे सिंपल काम वो करते, मुश्किल हमें थमाना है,
छुट्टी के दिन आना है, बस हां में हां मिलाना है,
सबकी हालत खराब कर गया, टार्गेट बढ़ता जाना है।
Comments
Post a Comment