तुमसे आगाज़ हो

महकी महकी सबा, बहकी बहकी अदा,
जिन्दगी में हमे और क्या चाहिए,
तुमसे आगाज़ हो, हो तुम्ही पर खत्म,
जिन्दगी का यही सिलसिला चाहिए।

मेरे दिल में जो तू रहेगी नही,
मेरी सपनाें की दुनियाँ सजेगी नहीं,
तेरे बिन मेरी साँसें ये बेकार हैं,
तू न हो किस्मत बनेगी नहीं,
स्वप्न सारे मेरे बस बेज़ार हैं,
हसरतों को तेरा, हौसला चाहिए
तुमसे आगाज़ हो, हो तुम्ही पर खत्म,
जिन्दगी का यही सिलसिला चाहिए।

तू ही संगीत है तू मेरा गीत है,
बिन तुम्हारे है कोई तराना नही,
जो देखे वो सपने मेरे तुमसे हैं,
तेरे बिन कोई अपना बेगाना नहीं,
बस तेरे दिल में थोड़ी जगह जो मिले
मेरे जीवन में तू हर जगह चाहिए,
तुमसे आगाज़ हो, हो तुम्ही पर खत्म,
जिन्दगी का यही सिलसिला चाहिए।

तुमसे जीवन हमारा है जीवन बना,
बिन तुम्हारे ये नैया बिन पतवार थी,
तूही मंजिल मेरी, तू मेरी  राह है,
बिन तुम्हारे मेरा कोई ठिकाना नही
बह रहे थे समय की इस धार मे,
अब तेरा ही हाथों मे हाथ चाहिये
तुमसे आगाज़ हो, हो तुम्ही पर खत्म,
जिन्दगी का यही सिलसिला चाहिए।

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