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Showing posts from February, 2020

हम मिलेंगे कभी

हम मिलेंगे कभी तुम यकीं तो करो, चांदनी सी हो तुम रौशनी तो करो, बिन तुम्हारे न रातें गुज़र पाएंगी, पास आऊं ज़रा आशिकी तो करो। मन के आंगन में कुछ यूं हुआ था पिये, तुमको देखा जमाना थमा था पिये, लो सजा लो मुझे, मेरे संसार को, है तुम्हारा हुआ दिल यकीं तो करो। थे बहुत दिल को कोई भी भाया नही, तुमसा दिल को किसी ने लुभाया नही, कब से जीवन था मेरा ये बेनूर सा, अपनी उल्फत से कुछ रौशनी तो करो। है मिलन की तुम्हें और हमें जुस्तजू, है मोहब्बत को बस एक तेरी आरजू, हसरतें जग रहीं, यूं तुम्हें देखकर, छू के मुझको खत्म बेकली तो करो। है कली सा बदन तुम भंवर बन सजन, फूल बन मैं खिलूँ कर दो ऐसा जतन, आज मेरी तरस पर, बरस जाओ तुम, पास आओ, न तुम दिल्लगी यूं करो। तुम तो वो जो जवानी में रंग भर गए, एक पल में ही जीवन हसीं कर गए, अब कोई खुशी हो या गम हो प्रिये, दूर जीवन की सारी कमी तो करो।

वो प्यार (e)

आज मुझको मेरी जिन्दगानी मिली, मेरे बचपन की छूटी कहानी मिली आज सपने वो फिर से जवां हो गए, मेरी खोई हुई फिर जवानी मिली। गीत कोई नया सा था बजने लगा, रंग फाल्गुन का फिर से था सजने लगा, जून की गर्मियों का ये मौसम कठिन, एक पल में ही सर्दी सा जमने लगा। उसके होठों में पल भर को चहकी हँसी, दिल पुराना समां फिर था गढ़ने लगा, देखने लग गया, भूल कर के जहां, जब्त आंखों में था, कतरा बहने लगा। पर मोहब्बत तो है इतनी मासूम सी, एक पल में ही जैसे था सब मिल गया, उससे नजरें मिलीं, मिल कर खुद झुक गईं, दिल को सांसो को फिर से रवानी मिली। आज सपने वो फिर से जवां हो गए, मेरी खोई हुई फिर जवानी मिली। उड़ती जुल्फों में थोड़ी सफेदी सी थी, चाल उसकी वही कुछ नशीली सी थी, उसको सब था मिला, बिन प्रथम प्रेम के दिल में छुपा कर रखी एक पहेली सी थी, थे बहुत भाव पर, दिल ये बेज़ार था एक जामाने से दिल मे छुपा प्यार था, सबकी बातें यही, क्या मिला क्या गया इस जमाने मे उल्फत का व्यापार था। आज तक है वही झुरझुरी झुरझुरी, छू लिया था बदन मरमरी मरमरी, खो गए थे नयन उन नयन में कहीं, फिर न महकी सी वो रातरानी मिली, उसके गालों पर उभरी थी लाली वही, उस

प्रतिध्वनि ईबुक

अपनी रचनाओं को किंडल ebook के रूप में और अपनी आवाज में कविताये कहानियां यूट्यूब पर पब्लिश करने के लिए हमसे जुड़ें। हम सब मिलकर ही आकाश की ऊंचाइयों को छू सकते है अकेले अकेले नही। हमारा मकसद है कि अन्य मंचो पर भी हमारी उपस्थिति दर्ज हो सके। उसके लिए हम निम्न तरीके से प्रयास करेंगे और अन्य साथियों का जो भी सुझाव होगा उसपर भी काम होगा। ये ईबुक की बात हो रही है बुक पब्लिश करना हर लेखक का सपना रहा है। पूर्व में ये काम पब्लिशर्स करते थे लेकिन उनके नियम बहुत अलग रहे। आप अगर फेमस हो, आपकी जान पहचान हो या बुक पब्लिश करने के पैसे लेकर आपकी बुक पब्लिश करेंगे।  हम और हमारे जैसे हज़ारो लोग इसकी वजह से पब्लिश नही करवा पाते। और सालों साल रचनाये डायरी में रखी रह जाती है और धीरे धीरे सब खत्म। लेकिन अब वर्तमान युग मे बुक का नया फॉर्मेट आया है ईबुक। जिसको पब्लिस करना आसान है और खर्चा न के बराबर है। ईबुक यानी इलेक्ट्रॉनिक बुक जिसको आप कैसे भी पढ़ सकटे है। मोबाइल, टेब, किंडल, कंप्यूटर या कहीं भी। अभी हम बात करेंगे किंडल की। किंडल एक अमेज़न की डिवाइस है जो देखने मे मोबाइल से बड़ी टेब की तरह होटी है ये सिर्फ रीडिं