मिलन

ख्यालो से भी हसीन वो रात,
मेरे हाथ मे तुम्हरा हाथ,
फूलों की सुंदर बारात,
तुम्हारी छुअन से बहके हुए हालात,
वो तुम्हरा घूंघट उठाना,
वो मेरा लड़खड़ा जाना,
वो नजरों का झुक जाना,
वो मेरा चहक जाना,
वो तेरा मचल जाना,
मेरे हाथो मे तेरा चेहरा,
वो तेरा  शर्माना,
वो मेरा पास आना,
वो सांसों का टकराना,
वो धड़कन का बढ़ जाना,
वो तेरा सिमट जाना,
वो मेरा बहक जाना,
वो तेरा भागना,
वो तेरी चुनरी का हाथ आना,
वो तेरा रुक जाना,
वो मेरा तेरे पास आना,
वो तेरा मुहँ छुपा लेना,
वो मेरा हाथ हटाना,
वो तेरा थोड़ा झुक जाना,
वो होठों से होठ को छू लेना।
वो मेरा नशे मे हो जाना
फिर तेरा खुद ही मेरी बाहों मे,
आकर के छुप जाना।
वो शशि की शीतलता मे
प्रेम अगन का बुझ जाना,
वो शहनाई, वो अंगराई,
एक हमारा हो जाना।
मधुर मिलन की रात मे,
दूरी का सारी मिट जाना,
सारी दुनिया का जल जाना,
अमर प्रेम का हो जाना।

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