जैसा बोया वैसा पाओ

किसी को यकीन हो कि ये केंद्रीय और राज्य सरकार मासूमो की मौत के प्रति जरा भी संवेदनशील है तो खबर पढ़ लीजिये कि मंत्री नेता कारों के काफिले में अस्पताल आ रहे है और माननीय मुख्यमंत्री हवाई जहाज में बैठ कर अपनी दिव्य दृष्टि से पीड़ितों का हाल जानेंगे। हमें और इनको चुनने वाले सब वोटरों को डूब मरना चाहिए। और इनको वोट देने वाले किसी के घर मे अगर कोई ऐसा हो रहा है तो माफ कीजिये मुझे कोई सहानुभूति नही ऐसे लोगो से। जो हुआ अच्छा हुआ, क्योंकि 70 साल से अनपढ़ चुन रहे हो हिन्दू मुस्लिम, जात पात के नाम पर और चाहते हो हॉस्पिटल। बनेगा बाबा, जरूर बनेगा, यकीन न हो तो सुनो, 2014 घोषणा हुई फिर 2015 में हुई, फिर उसी हॉस्पिटल की घोषणा 2019 में हुई। फिर 2020 में होगी फिर 2024 में शिलान्यास होगा, फिर 2025 में भूमि पूजन, फिर 5 साल में बनेगा, फिर 2029 में इलेक्शन से पहले उद्धघाटन, फिर 2034 में इलेक्शन से पहले डॉ की नियुक्ति होगी। तब तक बच्चो की मौत पर, बच्चो क्या इंसानियत की मौत पर तमाशा होंगा, tv पर TRP के हिसाब से न्यूज़ दिखाई जाएगी। मंत्री मौत से हुई मीटिंग में मैच का स्कोर पूछेंगे, सब मस्त चलेगा। नेता हवाई सर्वेक्षण करेंगे और सब ठीक।

हाँ वोट जात देखकर, धर्म देखकर ही देना, तुमको कसम अपने बच्चो की, मरे बच्चो की और जिंदा की भी। सवाल न पूछना की अस्पताल क्यों नही, स्कूल क्यों नही, किसान को खाना क्यों नही, किसानों का लोन क्यों नही माफ, बलात्कारी विधायक और मंत्री क्यों? मत पूछना क्यों पाकिस्तान के नाम पर, हिन्दू मुस्लिम के नाम पर  वोट क्यों मांगे। मत पूछना, बस भक्ति करना अपने नेता की। बच्चे क्या उनके लिए अपना अपने माँ बाप का अपनी बीवी का, जीवन कुर्बान कर देना। मतलबी नेता की जय। लोकतंत्र की जय, अनपढ़ उल्लू जनता की जय। सबसे ज्यादा मीडिया की जय जो खून चूसने वाले नेताओं को भी जनता का रक्षक बताता है। 

है भगवान उन बच्चों को अपनी छाया में रखना, वापस न भेजना, जिन लोगो का सहयोग रहा कि इन बच्चों का इलाज की  व्यवस्था न हो पाने में और उनको चुनने वालो को कभी कोई बच्चा न देना। लेकिन भगवान तेरे बस की भी कहाँ है कुछ कर लेना। वो इतने अमीर है कि तेरे को भी  सत्ता को खरीद लेंगे। तू इन फचड़ो से दूर रह पता चला कि  तेरे को भगवान की पदवी से हटा न दे। तू बिगाड़ भी क्या लेगा इनका, बस में होता तेरे कुछ तो इन बच्चों को उठाने की बजाय तू उनको उठा लेता जो तेरे इंसान को इंसानियत से नीचे गिरा रहे है, झूठ का साथ देने वाले मीडिया के सब रिपोर्टर को, उनके मालिको को, नेताओ को, उनके भक्तों को, मंत्रियों को, नरक के गर्त में डाल देता, ऐसा कर देता की कुछ भौक न पाए कभी। छोटी बच्चियों पर बुरी नज़र वालों की आंख छीन लेता। ऐसे मंत्रियों विधयकों को तत्काल मृत्यु दे देता, लेकिन तेरे को भी अपनी सत्ता प्यारी हो गई है। डरता है कि पूर्व की भांति कोई बली, कोई रावण, कोई इंद्रजीत स्वर्ग न जीत ले। इसलिये इनसे उलझना नही। डर कर रह, ये ही अच्छा है, वैसे भी हमने परमाणु बम दीवाली पर जलाने को नही बनाये। तेरा स्वर्ग, देवलोक, सारे लोक मिट्टी बना दिये जायेंगे, इसलिए तू बच्चो को मार, जान ले ले, और ध्यान रख की कोई नेता या अमीर का बच्चा न मर जाये, नही तो तू देख लेना क्या होगा तेरा, ये धमकी नही चेतावनी है।


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