जीवन है महका ये तुमसे

जीवन है महका ये तुमसे,
आंगन फिर चहका ये तुमसे,
बन कस्तूरी उतर गए मन,
अटल प्रेम दहका ये तुमसे।
जीवन है महका ये तुमसे।

मन मे है जो प्रेम सरिता,
थाम उसे कब तक पाओगी,
प्रेम मिलन के जज्बातों को,
जान न तुम कब तक पाओगी,
होना होगा तुमको मेरा,
अनुग्रही मन कहता ये तुमसे,
बन कस्तूरी उतर गए मन,
अटल प्रेम दहका ये तुमसे।

कुछ तो होता, कुछ तो कहते,
नए स्वप्न नैनो से बहते,
प्रीत हमारी राह देखती,
हाँ कहते या ना तो कहते,
तुम न मिले तो क्या हो जाये,
दिल डर कर रहता ये तुमसे।
बन कस्तूरी उतर गए मन,
अटल प्रेम दहका ये तुमसे।

शायद तुमसे प्रेम कहानी,
बन जाएगी धीरे धीरे,
या तू बन आंसू नैनो में,
बस जाएगी धीरे धीरे,
हो कुछ भी पर, प्रेम तुम्ही से,
दिल कण कण कहता ये तुमसे,
बन कस्तूरी उतर गए मन,
अटल प्रेम दहका ये तुमसे।

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