हिंदी डे

हिंदी दिवस और इसके बाद शुरू होने वाला हिंदी पखवारा जो अक्सर 15 दिन तक चलता है का आरंभ हो चुका है। मैं बचपन से आज तक यह नहीं समझ पाया हिंदी हमारी मातृ भाषा है, हमारी संवैधानिक राष्ट्रभाषा है, उसके लिए क्या ये  एक दिन सही सम्मान दे पाता है, ये बिल्कुल वैसा ही है जैसे प्रेम है जैसे प्रेम जैसे अथाह, विशाल भाव के लिए एक दिन मनना शुरू कर दिया, ममता को सम्मान देने के लिए मदर्स डे, पिता के लिए फादर्स डे, मनाना शुरू कर दिया। टीचर्स डे भी और भी बहुत से दिवस। लेकिन क्या ये सही सम्मान है। क्या यह एक पखवारा हिंदी का गुणगान करके, इतना करके ही काम हो जाएगा सही में हमें कोई हिंदी दिवस मनाने की जरूरत है।


मैं नही जानता कि इंग्लैंड में कोई इंग्लिश दिवस भी मनाया जाता है क्यों क्या वह अपनी मातृभाषा से प्यार नहीं करते क्या उनको अपनी मातृभाषा की अहमियत का नहीं पता। पता है जरुर होगा तभी उन्होंने अपनी भाषा को वैश्विक स्तर पर मान सम्मान दिलाया है और हम हिंदी दिवस मना रहे हैं हिंदी दिवस को भी हमने इंग्लिश के सम्मान में हिंदी डे कर दिया है। क्या यही सच्ची हिंदी भक्ति है? क्या सही में हिंदी का हिंदी को सही सम्मान दे पा रहे हैं?


सही है 15 दिन हिंदी के बैनर लगाए हिंदी के नाम पर सभा करें नए-नए विचार प्रस्तुत किए जाएं। उसके बाद फिर भूल जाए। अपने बच्चों को शान से इंग्लिश मीडियम स्कूल में डालें और हिंदी मध्यम वालो की दीन, हेय, दृष्टि से देखें। हिंदी में भले ही कम नंबर से भी खुश हो लेकिन इंग्लिश में अन्य सब्जेक्ट में अच्छे नंबर आने चाहिए इस पर ध्यान दें अगले साल फिर से दिवस मनाए तो आइए सब मिलकर मनाते हैं हिंदी डे नहीं-नहीं हिंदी दिवस।


मेरा इंग्लिश या किसी अन्य भाषा से दुराव नही है भाषा भी ज्ञान ही है और ज्ञान होना अच्छी बात है। इंग्लिश ही क्या अन्य भाषाएं भी सीखनी चाहिए लेकिन बाहर के पिज़्ज़ा, बर्गर या कुछ और खाने से पेट नही भरता और हाजमा खराब हो जाता है, पेट भरने और स्वस्थ जीवन के लिए घर का बना अपना खाना ही सर्वोत्त्तम है। बाहर का भी चलेगा लेकिन कभी कभी रोज नही। मेरा ये मनना है कि कोई दिवस न मनाओ लेकिन सम्मान करो दिवस का दिखावा न करो, चाहे वो वेलेंटाइन डे हो, मदर्स डे फादर्स डे, हिंदी डे या कोई और डे का दिखावा न करके उनको बस संम्मान दें उनका मन से आदर करें नही तो वही होगा कि नवरात्रों में कन्या को पूजते रहे उसके बाद उसको दहेज के लिए जला दें, अकेले देखते ही उसपर टूट पड़े और फिर नवरात्रि आते ही पूजने लगे। आज हो यही रहा है।

मैंने नीचे दो घटनाओं का जिक्र किया है आशा है आप को पढ़कर अच्छा लगेगा। अगर हिंदी में न पढ़ना हो तो  गूगल ट्रांसलेट से आप इंग्लिश में ट्रांसलेट कर सकते है 🤣🤣🤣। वैसे ये घटनाएं नही सत्य है।


घटना 1:


हेलो मैसेज सीमा हाउ आर यू। हाल में कदम रखते ही मिसेज मल्होत्रा ने पूछा


फाइन मैसेज मल्होत्रा टू गुड अरेंजमेंट्स फॉर हिंदी डे।


ऑफ कोर्स हिंदी इज अवर नेशनल लैंग्वेज। मिसेज मल्होत्रा ने कहा।


सीमा ने मिसेज मल्होत्रा की तरफ देखते हुए कहा। woww ब्यूटीफुल ड्रेस, यु लुकिंग........ 


अरे तुम दोनों आज भी अंग्रेजी में गिटपिट करोगी, अरे आज तो थोड़ा हिंदी डे के प्रोग्राम में हो यहां तो कम से कम हिंदी में बात कर लो स्वाति ने आते ही कहा


ओहो यस यस यस हां हां बिल्कुल बिल्कुल आज तो हिंदी में ही बात करनी चाहिए ताकी दुनिया को भी पता चले कि हम देशभक्त हैं देशद्रोही नहीं कम से कम 1 दिन तो हिंदी में बात कर ही सकते हैं। सीमा बोल पड़ी


तो आज का दिन, आज की शाम हिंदी के नाम वैसे मिसेज मल्होत्रा मैसेज में तो हिंदी दिवस लिख देती और ये बैनर भी, इंग्लिश में ही, कम से कम इसको तो हिंदी में छपवा लेती। स्वाति ने कहा।


अरे क्या है ना डियर स्वाति मेरी हिंदी थोड़ी कमजोर है हिंदी में थोड़ी बहुत मात्रा गलत हो जाती तो तुम लोग लेकर बैठ जाते है सो सोचा इंग्लिश में छपा देते हैं इसे देखो ना मैंने हिंदी दिवस को हिंदी डे करवा दिया कोई झंझट ही नहीं।


सब जोर से हंस पड़े😀😀😀😀😀


घटना 2:


सक्सेना जी एक सही सा भाषण लिख दो हिंदी डे के लिए मिस्टर त्यागी ने जो एक बड़े स्कूल के डायरेक्टर है अपने सेक्रेटरी को कहा हिंदी डे मानना जरूरी है ताकि सरकार को लगे कि हम उसके हिंदी समर्थक है। और हां बजट मोटा दिखाना हिंदी डे का। ताकि सरकार को लगे कि हम कितना बड़ा प्रोग्राम करते है, बाकी जो पैसे बचेंगे तो सब चलेंगे घूमने, एन्जॉय।


और हां याद रखना भाषा नहीं इंग्लिश में लिखना अरे हिंदी पढ़ी नहीं जाती वैसे ही लिखना जैसे हम लोग msg में लिखते है।


ओके सर, सक्सेना जी बुदबुदाते हुए चले गए। अरे हिंदी दिवस आज ही आना था पहले ही इतने काम है और हिंदी दिवस मनाओ। क्या मुसीबत है। सारा काम इंग्लिश में करो हिंदी डे कर दिया, हिंदी दिवस का भी। बैनर बनवाओ ये करो वो करो।


अगले दिन स्कूल असेम्बली में त्यागी जी ने बोलना शुरू किया माय डियर टीचर्स एंड स्टूडेंट और उन्होंने पूरा लिखा हुआ भाषण पढ़ दिया और अंत में बोले बच्चों आज सोच रहे होगे ना मैं हिंदी में क्यों बोल रहा हूं आज हिंदी डे है इसलिए आज हम प्रण करते हैं कि अपनी मातृभाषा को सम्मान देंगे


बच्चों ने जोर से तालियां बजाई।


नाउ हिंदी डे सेलिब्रेशन एंड्स। स्टूडेंट गोइंग टू क्लास। 


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