साथ कर लें हम
आओ, रोना-हँसना, जीना-मरना साथ कर लें हम,
बहुत लंबी हुई चुप्पी, जरा फिर बात कर लें हम,
सुनो ये चांद तारों का, सफर कितना सुहाना है
चलो फिर प्रेम की रोशन, यूँही शुरुआत कर लें हम।
नई दुनिया नए सपने, नए अरमान लेकर के,
बसे थे प्रेम की नगरी में, नया पैगाम लेकर के,
तो कैसे तुमने सोचा खुद नई तुम राह चल दोगे,
अगर चलना ही है तो चलो एक साथ चल लें हम,
बहुत लंबी हुई चुप्पी, जरा फिर बात कर लें हम।
जो बजती है कोई घंटी, दिल सब भूल जाता है
तेरी बातों, तेरी यादों का झूला झूल जाता है,
अकेला महफ़िल में छुप छुप सुनो आंसू बहाता है,
चलो शिकवे मिटायें, इक नया आगाज कर लें हम
बहुत लंबी हुई चुप्पी, जरा फिर बात कर लें हम।
मिलना और बिछड़ना, होगा ही जब साथ दो होंगे,
लड़ना और झगड़ना होगा ही जब साथ दो होंगे,
ये दो होना अगर जड़ है मिटा दें मिलकर दोनों को,
चलो अब एक हो जाएं, मैं को आज कर लें हम।
बहुत लंबी हुई चुप्पी, जरा फिर बात कर लें हम।
नई आदत नए किस्से नए किरदार होंगे अब,
जो हम तुम साथ होंगे तो नए इतवार होंगे सब,
चलो अंतिम कुँवारेपन की सारी यादों को रख लें,
बाबू शोना, रात सारी अंतिम बार कर लें हम
बहुत लंबी हुई चुप्पी, जरा फिर बात कर लें हम।
Comments
Post a Comment