गणतंत्र

"हम भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को:

सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त करने के लिए तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की और एकता अखंडता सुनिश्चित करनेवाली बंधुता बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्प हो कर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवंबर, 1949 ई० "मिति मार्ग शीर्ष शुक्ल सप्तमी, संवत दो हज़ार छह विक्रमी) को एतद संविधान को अंगीकृत, अधिनियिमत और आत्मार्पित करते हैं."


ये वो पावन शब्द है जो भारत के संविधान के उस आदर्श को प्रस्तुत करते है जिसके अनुसार सिर्फ सिर्फ और सिर्फ भारत के लोगों ने सभी नियम, कानून, अधिकार, कर्तव्य, सब कुछ अपने लिए निर्धारित किये। ये संविधान किसी सत्ता, किसी शासक किसी पार्टी द्वारा देश मे लागू नही किया गया, ये स्वयं "हम भारत के लोग" द्वारा खुद पर लागू किया गया। यहाँ जनता के अलावा किसी और कि प्रधानता नही है।  


लेकिन प्रस्तावना सिर्फ आदर्श स्थिति है, व्यवहारिकता में ऐसा प्रतीत नही होता। सब अधिकार जनता के चुने हुए शासकों ने हथिया ली है। इसी लिये देश के 10% लोगों के पास देश की 80% से ज्यदा सम्पत्ति है, पैसा है, और 90% लोग सिर्फ 20% संपति के मलिक हैं। देश का किसान जो अन्न पैदा करता है वो आज 70साल बाद भी भुखमरी का शिकार है, आत्महत्या करता है लोगबेघर है, अशिक्षा है, अंग्रेजो की तरह हम शिक्षा से सिर्फ नौकर पैदा करते है  आज भारत के 90% ग्रेजुएट किसी भी प्रकार की नौकरी के काबिल नही होते। सब युवा नौकरी पाना चाहते है लेकिन कोई इस काबिल नही होता की किसी को नौकरी दे सक्रे। सरकार सिर्फ ITI, IIT, मैडिकल कालेज खोल कर अपना काम खत्म समझती है और आपको मालूम ही है की यहा दाखिला लेना किसी आम आदमी के बच्चे के बस की बात नही। शिक्षा, स्वस्थ्य, मकान, भोजन जैसी बेसिक अभाव को साथ लेकर हम कभी विश्व मे वो स्थान नही पा सकते जो हम अतीत मे थे, और कुछ देश हमसे बाद आजाद होने वाले देश हमसे आगे है।

आज के दिन ये सब बात देखकर बहुत से लोग कहेंगे की इन बातों के लिये पूरा साल है आज का दिन तो उत्सव का है, लेकिन जब हमारे देश का वो नागरिक जिसने अपने सविधान के पहले शब्द "हम भारत के लोग" कहा अगर वो ही जब तक सक्षम नही हुआ तो कैसा उत्सव?

सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ 

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