आओ बाहों में भर लो

आओ बाहों में भर लो, जीवन का चिर गीत तो गा दो
आती जाती साँसों का वो, मुझको मधुर संगीत सुना दो।
होठों को थामों आंखों से जो कहना हो कहते जाओ,
कुंठित आशाओं को तुम, छू लो और परवाज़ बना दो।


ऐसा हो हर ओर से तेरी, धड़कन की प्रतिध्वनि आये,
जीवन के सब कोर कोर पर, एक तेरा ही रंग छा जाए,
आज मिटा दो इस जीवन से, मिलने खो देने के डर को, 
तुम ईश्वर बन जाओ मन के, मुझको अपना दास बना दो
आती जाती साँसों का वो, मुझको मधुर संगीत सुना दो।
होठों को थामों आंखों से, जो कहना हो कहते जाओ,
कुंठित आशाओं को तुम, छू लो और परवाज बना दो।


मधुर मिलन की ये बेताबी, बरसों से खामोश रही है,
कुछ तो बात है तुममे ऐसी, जबसे देखा होश नहीं है,
दुनिया पूरी पा लेने की, बिना तुम्हारे कीमत क्या है,
तुमने ही भरमाया मन को, मेरा कुछ भी दोष नहीं है,
प्रेम भरा आलिंगन दो फिर, जन्मों की ये प्यास बुझा दो
आती जाती साँसों का वो, मुझको मधुर संगीत सुना दो।
होठों को थामों आंखों से, जो कहना हो कहते जाओ,
कुंठित आशाओं को तुम, छू लो और परवाज बना दो।


कब गाएंगे हम तुम मिलकर कब आएगी शाम सुहानी,
बाहों में कब होंगी बाहें, कब महकेगी रात की रानी।
कब होगा जब साथ सहेंगे, जीवन की हम सारी हलचल,
कुछ तो बस ऐसा हो जाये, अमर हो अपनी प्रेम कहानी,
जन्मों के बंधन से परे हो, मुझको ऐसी राह दिखा दो।
आती जाती साँसों का वो, मुझको मधुर संगीत सुना दो।
होठों को थामों आंखों से, जो कहना हो कहते जाओ,
कुंठित आशाओं को तुम, छू लो और परवाज बना दो।

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