जब जवानी तुम्हारी ये, खो जाएगी
जब जवानी तुम्हारी ये, खो जाएगी,
तब कहानी हमारी ये याद आएगी।
तोड़ दो छोड़ दो, चाहे मुहँ मोड़ लो,
बददुआ मेरे लब पर ना एक आयेगी
तब तो तुम बस कहोगे ये क्या हो गया,
जिसके सपनो में तुम थे, कहां खो गया,
कैसे तुम बिन तरसते थे हम ओ सनम,
कौन तकिया अंधेरे में, ये धो गया,
जब मचलोगे गैरों की बाहों में तुम,
दिल की एक—एक सदा़ तुमको तड़पाएगी,
जब जवानी तुम्हारी ये, खो जाएगी,
तब कहानी हमारी ये याद आएगी।
हम तो वो है, जिसे बस, वफा चाहिए,
संग, सपनो का एक आसमां चाहिए,
ये नहीं, वो नहीं, सोना चांदी नहीं,
हमको बस एक तू ही मेहरवां चाहिए।
तुम ये समझे हमे बस, है चाह जिस्म की,
तुझको चाहत मेरी एक दिन याद आयेगी।
जब जवानी तुम्हारी ये, खो जाएगी,
तब कहानी हमारी ये याद आएगी।
जो तुम समझे नही, गम है मुझको नही,
तुमसे कोई भी हसरत है मुझको नही,
तुम को जाना है जाओ कही भी सनम,
तुमसे कोई गिला, कोई शिकवा नही।
मै मेरे प्यार को, वेवफा नाम दूँ,
हमसे हरकत तो ऐसी ना हो पायेगी।
जब जवानी तुम्हारी ये, खो जाएगी,
तब कहानी हमारी ये याद आएगी।
लौटना हो कभी, याद रखना सदा,
तेरे खातिर सदा दिल का आंगन खुला,
पर कही देर इतनी भी हो जाये ना,
मौत आगोश मे दे, न मुझको सुला,
तब भी है ये दुआ, दिल ना तेरा दुखे,
तेरा रोना मोहब्बत ना सह पायेगी
जब जवानी तुम्हारी ये, खो जाएगी,
तब कहानी हमारी ये याद आएगी।
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